झूठी ख़बर फैलाकर दंगा भड़काने के आरोपी आज तक के एंकर राजदीप सरदेसाई पर FIR दर्ज। चैनल ने भी दिखाया आईना।
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झूठी ख़बर फैलाकर दंगा भड़काने के आरोपी आज तक के एंकर राजदीप सरदेसाई पर FIR दर्ज। चैनल ने भी दिखाया आईना।
मोइनुद्दीन शेख, नोएडा
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों के भेष में छिपे दंगाइयों द्वारा दिल्ली में दंगा करने के दौरान कुछ पत्रकारों ने भी हर संभव मदद और समर्थन किया। बैरिकेड तोड़कर जा रहे एक प्रदर्शनकारी की ट्रेक्टर पलटने से मौत हो गई। मीडिया के कैमरे, सड़क पर लगे CCTV में यह साफ दिखा की प्रदर्शन कारी अपनी लापरवाही से हादसे का शिकार हुआ।
लेकिन अपनी कई झूठी ख़बरो के लिए जाने जाने वाले राजदीप सरदेसाई ने तुरंत इस हादसे को पुलिस की गोली का नतीजा बता दिया और तो और खुद दावा करने लगे की उन्होंने गोली चलते देखा। पोस्ट मार्टम में किसी तरह के गोली लगने, हथियार के चोट के निशान नही मिले। अपनी फर्जी पत्रकारिता और दंगा उकसाने के लिए पत्रकार राजदीप सरदेसाई सहित मृणाल पांडे, ज़फ़र आगा, परेशनाथ , सांसद शशि थरूर सहित आठ लोगों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज हुआ है। सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए दंगा भड़काने, हिंसा फैलाने की धारायें लगाई गयी ।
मीडिया जगत की खबरे रखने वाली वेबसाइट भड़ास फ़ॉर मीडिया के मुताबिक, आजतक समूह में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई को प्रबंधन ने ऑफ़ एयर कर दिया है। उनकी सेलरी भी काटे जाने की खबर है। इंडिया टुडे प्रबंधन ने राजदीप के ट्वीट्स को ग्रुप की सोशल मीडिया पॉलिसी के इतर माना। राजदीप पर ग़लत सूचनाएँ फैलाने का आरोप लगा है।

राजदीप सरदेसाई ने इंडिया टुडे चैनल पर लाइव शो में बताया कि मृतक लड़के का शव देखकर वो आए है और माथे पर गोली लगी है। राजदीप ने ट्वीट करने दुनिया को बताया कि कथित पुलिस फायरिंग में 45 साल के नवनीत की मौत हो गई। राजदीप अपनी फर्जी ख़बरों और चोरी पकड़े जाने पर ट्वीट डिलीट करने के लिए भी मशहूर है। फर्जी ट्वीट भी राजदीप ने डिलीट कर दिया है।